19وَلِكُلٍّ دَرَجاتٌ مِمّا عَمِلوا ۖ وَلِيُوَفِّيَهُم أَعمالَهُم وَهُم لا يُظلَمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनमें से प्रत्येक के दरजे उनके अपने किए हुए कर्मों के अनुसार होंगे (ताकि अल्लाह का वादा पूरा हो) और वह उन्हें उनके कर्मों का पूरा-पूरा बदला चुका दे और उनपर कदापि ज़ुल्म न होगा