4وَفي خَلقِكُم وَما يَبُثُّ مِن دابَّةٍ آياتٌ لِقَومٍ يوقِنونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर तुम्हारी संरचना में, और उनकी भी जो जानवर वह फैलाता रहता है, निशानियाँ है उन लोगों के लिए जो विश्वास करें