30فَأَمَّا الَّذينَ آمَنوا وَعَمِلُوا الصّالِحاتِ فَيُدخِلُهُم رَبُّهُم في رَحمَتِهِ ۚ ذٰلِكَ هُوَ الفَوزُ المُبينُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीग़रज़ जिन लोगों ने ईमान क़ुबूल किया और अच्छे (अच्छे) काम किये तो उनको उनका परवरदिगार अपनी रहमत (से बेहिश्त) में दाख़िल करेगा यही तो सरीही कामयाबी है