27وَلِلَّهِ مُلكُ السَّماواتِ وَالأَرضِ ۚ وَيَومَ تَقومُ السّاعَةُ يَومَئِذٍ يَخسَرُ المُبطِلونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर सारे आसमान व ज़मीन की बादशाहत ख़ास ख़ुदा की है और जिस रोज़ क़यामत बरपा होगी उस रोज़ अहले बातिल बड़े घाटे में रहेंगे