25وَإِذا تُتلىٰ عَلَيهِم آياتُنا بَيِّناتٍ ما كانَ حُجَّتَهُم إِلّا أَن قالُوا ائتوا بِآبائِنا إِن كُنتُم صادِقينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जब उनके सामने हमारी खुली खुली आयतें पढ़ी जाती हैं तो उनकी कट हुज्जती बस यही होती है कि वह कहते हैं कि अगर तुम सच्चे हो तो हमारे बाप दादाओं को (जिला कर) ले तो आओ