28كَذٰلِكَ ۖ وَأَورَثناها قَومًا آخَرينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदहम ऐसा ही मामला करते है, और उन चीज़ों का वारिस हमने दूसरे लोगों को बनाया