48وَما نُريهِم مِن آيَةٍ إِلّا هِيَ أَكبَرُ مِن أُختِها ۖ وَأَخَذناهُم بِالعَذابِ لَعَلَّهُم يَرجِعونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर हम उन्हें जो निशानी भी दिखाते वह अपने प्रकार की पहली निशानी से बढ़-चढ़कर होती और हमने उन्हें यातना से ग्रस्त कर लिया, ताकि वे रुजू करें