34أَو يوبِقهُنَّ بِما كَسَبوا وَيَعفُ عَن كَثيرٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदया उनको उनकी कमाई के कारण विनष्ट कर दे और बहुतो को माफ़ भी कर दे