32وَمِن آياتِهِ الجَوارِ فِي البَحرِ كَالأَعلامِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर उसी की (क़ुदरत) की निशानियों में से समन्दर में (चलने वाले) (बादबानी जहाज़) है जो गोया पहाड़ हैं