31وَما أَنتُم بِمُعجِزينَ فِي الأَرضِ ۖ وَما لَكُم مِن دونِ اللَّهِ مِن وَلِيٍّ وَلا نَصيرٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतुम धरती में काबू से निकल जानेवाले नहीं हो, और न अल्लाह से हटकर तुम्हारा कोई संरक्षक मित्र है और न सहायक ही