44فَسَتَذكُرونَ ما أَقولُ لَكُم ۚ وَأُفَوِّضُ أَمري إِلَى اللَّهِ ۚ إِنَّ اللَّهَ بَصيرٌ بِالعِبادِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअतः शीघ्र ही तुम याद करोगे, जो कुछ मैं तुमसे कह रहा हूँ। मैं तो अपना मामला अल्लाह को सौंपता हूँ। निस्संदेह अल्लाह की दृष्टि सब बन्दों पर है