36وَقالَ فِرعَونُ يا هامانُ ابنِ لي صَرحًا لَعَلّي أَبلُغُ الأَسبابَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर फिरऔन ने कहा ऐ हामान हमारे लिए एक महल बनवा दे ताकि (उस पर चढ़ कर) रसतों पर पहुँच जाऊ