19فَإِنَّما هِيَ زَجرَةٌ واحِدَةٌ فَإِذا هُم يَنظُرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवह तो बस एक झिड़की होगी। फिर क्या देखेंगे कि वे ताकने लगे है