145۞ فَنَبَذناهُ بِالعَراءِ وَهُوَ سَقيمٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअन्ततः हमने उसे इस दशा में कि वह निढ़ाल था, साफ़ मैदान में डाल दिया।