32وَإِن كُلٌّ لَمّا جَميعٌ لَدَينا مُحضَرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(हाँ) अलबत्ता सब के सब इकट्ठा हो कर हमारी बारगाह में हाज़िर किए जाएँगे