51وَلَو تَرىٰ إِذ فَزِعوا فَلا فَوتَ وَأُخِذوا مِن مَكانٍ قَريبٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (ऐ रसूल) काश तुम देखते (तो सख्त ताज्जुब करते) जब ये कुफ्फार (मैदाने हशर में) घबराए-घबराए फिरते होंगे तो भी छुटकारा न होगा