5وَالَّذينَ سَعَوا في آياتِنا مُعاجِزينَ أُولٰئِكَ لَهُم عَذابٌ مِن رِجزٍ أَليمٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"रहे वे लोग जिन्होंने हमारी आयतों को मात करने का प्रयास किया, वह है जिनके लिए बहुत ही बुरे प्रकार की दुखद यातना है।"