4لِيَجزِيَ الَّذينَ آمَنوا وَعَمِلُوا الصّالِحاتِ ۚ أُولٰئِكَ لَهُم مَغفِرَةٌ وَرِزقٌ كَريمٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"ताकि वह उन लोगों को बदला दे, जो ईमान लाए और उन्होंने अच्छे कर्म किए। वहीं है जिनके लिए क्षमा और प्रतिष्ठामय आजीविका है