49قُل جاءَ الحَقُّ وَما يُبدِئُ الباطِلُ وَما يُعيدُफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(अब उनसे) कह दो दीने हक़ आ गया और इतना तो भी (समझो की) बातिल (माबूद) शुरू-शुरू कुछ पैदा करता है न (मरने के बाद) दोबारा ज़िन्दा कर सकता है