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Sura 34
Aya 49
49
قُل جاءَ الحَقُّ وَما يُبدِئُ الباطِلُ وَما يُعيدُ

फ़ारूक़ ख़ान & नदवी

(अब उनसे) कह दो दीने हक़ आ गया और इतना तो भी (समझो की) बातिल (माबूद) शुरू-शुरू कुछ पैदा करता है न (मरने के बाद) दोबारा ज़िन्दा कर सकता है