29وَيَقولونَ مَتىٰ هٰذَا الوَعدُ إِن كُنتُم صادِقينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (उलटे) कहते हैं कि अगर तुम (अपने दावे में) सच्चे हो तो (आख़िर) ये क़यामत का वायदा कब पूरा होगा