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Sura 31
Aya 28
28
ما خَلقُكُم وَلا بَعثُكُم إِلّا كَنَفسٍ واحِدَةٍ ۗ إِنَّ اللَّهَ سَميعٌ بَصيرٌ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

तुम सबका पैदा करना और तुम सबका जीवित करके पुनः उठाना तो बस ऐसा है, जैसे एक जीव का। अल्लाह तो सब कुछ सुनता, देखता है