26لِلَّهِ ما فِي السَّماواتِ وَالأَرضِ ۚ إِنَّ اللَّهَ هُوَ الغَنِيُّ الحَميدُफ़ारूक़ ख़ान & अहमदआकाशों और धरती में जो कुछ है अल्लाह ही का है। निस्संदेह अल्लाह ही निस्पृह, स्वतः प्रशंसित है