193رَبَّنا إِنَّنا سَمِعنا مُنادِيًا يُنادي لِلإيمانِ أَن آمِنوا بِرَبِّكُم فَآمَنّا ۚ رَبَّنا فَاغفِر لَنا ذُنوبَنا وَكَفِّر عَنّا سَيِّئَاتِنا وَتَوَفَّنا مَعَ الأَبرارِफ़ारूक़ ख़ान & अहमद"हमारे रब! हमने एक पुकारनेवाले को ईमान की ओर बुलाते सुना कि अपने रब पर ईमान लाओ। तो हम ईमान ले आए। हमारे रब! तो अब तू हमारे गुनाहों को क्षमा कर दे और हमारी बुराइयों को हमसे दूर कर दे और हमें नेक और वफ़़ादार लोगों के साथ (दुनिया से) उठा