77وَإِنَّهُ لَهُدًى وَرَحمَةٌ لِلمُؤمِنينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर निस्संदह यह तो ईमानवालों के लिए मार्गदर्शन और दयालुता है