75وَما مِن غائِبَةٍ فِي السَّماءِ وَالأَرضِ إِلّا في كِتابٍ مُبينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदआकाश और धरती में छिपी कोई भी चीज़ ऐसी नहीं जो एक स्पष्ट किताब में मौजूद न हो