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Sura 27
Aya 52
52
فَتِلكَ بُيوتُهُم خاوِيَةً بِما ظَلَموا ۗ إِنَّ في ذٰلِكَ لَآيَةً لِقَومٍ يَعلَمونَ

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

अब ये उनके घर उनके ज़ुल्म के कारण उजडें पड़े हुए है। निश्चय ही इसमें एक बड़ी निशानी है उन लोगों के लिए जो जानना चाहें