52فَتِلكَ بُيوتُهُم خاوِيَةً بِما ظَلَموا ۗ إِنَّ في ذٰلِكَ لَآيَةً لِقَومٍ يَعلَمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअब ये उनके घर उनके ज़ुल्म के कारण उजडें पड़े हुए है। निश्चय ही इसमें एक बड़ी निशानी है उन लोगों के लिए जो जानना चाहें