27۞ قالَ سَنَنظُرُ أَصَدَقتَ أَم كُنتَ مِنَ الكاذِبينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ग़रज़) सुलेमान ने कहा हम अभी देखते हैं कि तूने सच सच कहा या तू झूठा है