225أَلَم تَرَ أَنَّهُم في كُلِّ وادٍ يَهيمونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीक्या तुम नहीं देखते कि ये लोग जंगल जंगल सरगिरदॉ मारे मारे फिरते हैं