69يُضاعَف لَهُ العَذابُ يَومَ القِيامَةِ وَيَخلُد فيهِ مُهانًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदक़ियामत के दिन उसकी यातना बढ़ती चली जाएगी॥ और वह उसी में अपमानित होकर स्थायी रूप से पड़ा रहेगा