14وَلَولا فَضلُ اللَّهِ عَلَيكُم وَرَحمَتُهُ فِي الدُّنيا وَالآخِرَةِ لَمَسَّكُم في ما أَفَضتُم فيهِ عَذابٌ عَظيمٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर अगर तुम लोगों पर दुनिया और आख़िरत में ख़ुदा का फज़ल (व करम) और उसकी रहमत न होती तो जिस बात का तुम लोगों ने चर्चा किया था उस की वजह से तुम पर कोई बड़ा (सख्त) अज़ाब आ पहुँचता