43ما تَسبِقُ مِن أُمَّةٍ أَجَلَها وَما يَستَأخِرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकोई समुदाय न तो अपने निर्धारित समय से आगे बढ़ सकता है और न पीछे रह सकता है