30إِنَّ في ذٰلِكَ لَآياتٍ وَإِن كُنّا لَمُبتَلينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदनिस्संदेह इसमें कितनी ही निशानियाँ हैं और परीक्षा तो हम करते ही है