29وَقُل رَبِّ أَنزِلني مُنزَلًا مُبارَكًا وَأَنتَ خَيرُ المُنزِلينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर कह, ऐ मेरे रब! मुझे बरकतवाली जगह उतार। और तू सबसे अच्छा मेज़बान है।"