99لَو كانَ هٰؤُلاءِ آلِهَةً ما وَرَدوها ۖ وَكُلٌّ فيها خالِدونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीअगर ये (सच्चे) माबूद होते तो उन्हें दोज़ख़ में न जाना पड़ता और (अब तो) सबके सब उसी में हमेशा रहेंगे