100لَهُم فيها زَفيرٌ وَهُم فيها لا يَسمَعونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीउन लोगों की दोज़ख़ में चिंघाड़ होगी और ये लोग (अपने शोर व ग़ुल में) किसी की बात भी न सुन सकेंगे