38وَيَقولونَ مَتىٰ هٰذَا الوَعدُ إِن كُنتُم صادِقينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर लुत्फ़ तो ये है कि कहते हैं कि अगर सच्चे हो तो ये क़यामत का वायदा कब (पूरा) होगा