32وَجَعَلنَا السَّماءَ سَقفًا مَحفوظًا ۖ وَهُم عَن آياتِها مُعرِضونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर हम ही ने आसमान को छत बनाया जो हर तरह महफूज़ है और ये लोग उसकी आसमानी निशानियों से मुँह फेर रहे हैं