17لَو أَرَدنا أَن نَتَّخِذَ لَهوًا لَاتَّخَذناهُ مِن لَدُنّا إِن كُنّا فاعِلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीअगर हम कोई खेल बनाना चाहते तो बेशक हम उसे अपनी तजवीज़ से बना लेते अगर हमको करना होता (मगर हमें शायान ही न था)