18قالَت إِنّي أَعوذُ بِالرَّحمٰنِ مِنكَ إِن كُنتَ تَقِيًّاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवह बोल उठी, "मैं तुझसे बचने के लिए रहमान की पनाह माँगती हूँ; यदि तू (अल्लाह का) डर रखनेवाला है (तो यहाँ से हट जाएगा) ।"