99۞ وَتَرَكنا بَعضَهُم يَومَئِذٍ يَموجُ في بَعضٍ ۖ وَنُفِخَ فِي الصّورِ فَجَمَعناهُم جَمعًاफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउस दिन हम उन्हें छोड़ देंगे कि वे एक-दूसरे से मौज़ों की तरह परस्पर गुत्मथ-गुत्था हो जाएँगे। और "सूर" फूँका जाएगा। फिर हम उन सबको एक साथ इकट्ठा करेंगे