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Sura 18
Aya 15
15
هٰؤُلاءِ قَومُنَا اتَّخَذوا مِن دونِهِ آلِهَةً ۖ لَولا يَأتونَ عَلَيهِم بِسُلطانٍ بَيِّنٍ ۖ فَمَن أَظلَمُ مِمَّنِ افتَرىٰ عَلَى اللَّهِ كَذِبًا

फ़ारूक़ ख़ान & अहमद

ये हमारी क़ौम के लोग है, जिन्होंने उससे इतर कुछ अन्य पूज्य-प्रभु बना लिए है। आख़िर ये उनके हक़ में कोई स्पष्ट, प्रमाण क्यों नहीं लाते! भला उससे बढ़कर ज़ालिम कौन होगा जो झूठ घड़कर अल्लाह पर थोपे?