72وَمَن كانَ في هٰذِهِ أَعمىٰ فَهُوَ فِي الآخِرَةِ أَعمىٰ وَأَضَلُّ سَبيلًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जो शख़्श इस (दुनिया) में (जान बूझकर) अंधा बना रहा तो वह आख़िरत में भी अंधा ही रहेगा और (नजात) के रास्ते से बहुत दूर भटका सा हुआ