17وَكَم أَهلَكنا مِنَ القُرونِ مِن بَعدِ نوحٍ ۗ وَكَفىٰ بِرَبِّكَ بِذُنوبِ عِبادِهِ خَبيرًا بَصيرًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर नूह के बाद से (उस वक्त तक) हमने कितनी उम्मतों को हलाक कर मारा और (ऐ रसूल) तुम्हारा परवरदिगार अपने बन्दों के गुनाहों को जानने और देखने के लिए काफी है