46أَو يَأخُذَهُم في تَقَلُّبِهِم فَما هُم بِمُعجِزينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदया उन्हें चलते-फिरते ही पकड़ ले, वे क़ाबू से बाहर निकल जानेवाले तो है नहीं?