30۞ وَقيلَ لِلَّذينَ اتَّقَوا ماذا أَنزَلَ رَبُّكُم ۚ قالوا خَيرًا ۗ لِلَّذينَ أَحسَنوا في هٰذِهِ الدُّنيا حَسَنَةٌ ۚ وَلَدارُ الآخِرَةِ خَيرٌ ۚ وَلَنِعمَ دارُ المُتَّقينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर जब परहेज़गारों से पूछा जाता है कि तुम्हारे परवरदिगार ने क्या नाज़िल किया है तो बोल उठते हैं सब अच्छे से अच्छा जिन लोगों ने नेकी की उनके लिए इस दुनिया में (भी) भलाई (ही भलाई) है और आख़िरत का घर क्या उम्दा है