117مَتاعٌ قَليلٌ وَلَهُم عَذابٌ أَليمٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(दुनिया में) फायदा तो ज़रा सा है और (आख़िरत में) दर्दनाक अज़ाब है