5ما تَسبِقُ مِن أُمَّةٍ أَجَلَها وَما يَستَأخِرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीकोई उम्मत अपने वक्त से न आगे बढ़ सकती है न पीछे हट सकती है