34قالَ فَاخرُج مِنها فَإِنَّكَ رَجيمٌफ़ारूक़ ख़ान & नदवीख़ुदा ने फरमाया (नहीं तू) तो बेहश्त से निकल जा (दूर हो) कि बेशक तू मरदूद है