2اللَّهِ الَّذي لَهُ ما فِي السَّماواتِ وَما فِي الأَرضِ ۗ وَوَيلٌ لِلكافِرينَ مِن عَذابٍ شَديدٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजिसका वह सब है जो कुछ आकाशों में है और जो कुछ धरती में है। इनकार करनेवालों के लिए तो एक कठोर यातना के कारण बड़ी तबाही है