52ذٰلِكَ لِيَعلَمَ أَنّي لَم أَخُنهُ بِالغَيبِ وَأَنَّ اللَّهَ لا يَهدي كَيدَ الخائِنينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ये वाक़िया चौबदार ने यूसुफ से बयान किया (यूसुफ ने कहा) ये क़िस्से मैने इसलिए छेड़ा) ताकि तुम्हारे बादशाह को मालूम हो जाए कि मैने अज़ीज़ की ग़ैबत में उसकी (अमानत में ख़यानत नहीं की) और ख़ुदा ख़यानत करने वालों की मक्कारी हरगिज़ चलने नहीं देता